भारत सरकार के राजभाषा विभाग (गृह मंत्रालय) द्वारा तैयार किए गए वार्षिक कार्यक्रम एवं राजभाषा अधिनियम व नियमों के संबंध में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से समय-समय पर प्राप्त निर्देशों पर अनुवर्ती कार्रवाई तथा सरकारी कार्य में हिन्दी के प्रयोग को और गति प्रदान करने के लिए संस्थान में राजभाषा प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है । इसमें एक सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी (प्रभारी अधिकारी, राजभाषा) तथा एक अंशकालीन टंकक कार्यरत हैं । संस्थान में राजभाषा संबंधी क्रिया-कलापों की समीक्षा के लिए संस्थान के निदेशक की अध्यक्षता में संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति गठित की गई है, जिसमें विभागों/अनुभागों के अध्यक्ष, सदस्य के रुप में शामिल हैं तथा सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी (प्रभारी, रा.भा.) सदस्य सचिव हैं । संस्थान को अब तक राजभाषा संबधी कुल नौ (09) पुरस्कार प्राप्त हुए हैं ।
संस्थान ‘क’ क्षेत्र में है, इसे राजभाषा अधिनियम की धारा 10(4) के अन्तर्गत केन्द्रीय बजट में अधिसूचित किया जा चुका है । संस्थान के सात अनुभागों को शत प्रतिशत कार्य हिन्दी में करने हेतु विनिर्दिष्ट किया गया है एवं प्रवीणता प्राप्त सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को अपना-अपना कार्य हिन्दी में करने हेतु व्यक्तिशः आदेश दिये गये हैं । राजभाषा नियम के प्रावधानों के अनुपालन एवं दैनिक कार्य में हिन्दी के प्रयोग में प्रगति लाने तथा इसे सर्वग्राह्य बनाने के लिए राजभाषा इकाई द्वारा विभिन्न कार्य सम्पादित होते हैः-
संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठकों का आयोजन, कार्यसूची एवं कार्यवृत की तैयारी तथा बैठकों में लिए गये निर्णयों पर अनुवर्ती कार्रवाई । वार्षिक रिपोर्ट के हिन्दी संस्करण का प्रकाशन (पी डी एफ रूप में), राजभाषा की वार्षिक पत्रिका लाक्षा का प्रकाशन, कार्यालय आदेश, परिपत्र, ज्ञापन, निविदा इत्यादि एवं पत्राचार हेतु विभिन्न सामग्रियों का आवश्यकतानुसार अनुवाद । हिन्दीतर अधिकारियों और कर्मचारियों को हिन्दी शिक्षण योजना द्वारा आयोजित प्रशिक्षण एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य कार्यालयों द्वारा आयोजित विभिन्न हिन्दी प्रतियोगिताओं एवं कार्यशालाओं में सहभागिता हेतु प्रेरित करना । राजभाषा इकाई की ओर से सितम्बर माह में हिन्दी चेतना मास का आयोजन तथा प्रत्येक तिमाही में एक व्याख्यान सह कार्यशाला का आयोजन किया जाता है ।